रेलवें हत्याकांड धार्मिक द्वेष के कारण हुआ - डाॅ.जितेंद्र आव्हाड का मौन मोर्चा
ठाणे।जयपूर- मुंबई एक्सप्रेस रेलगाड़ी में आरपीएफ के एक जवान ने मात्र जातीय द्वेष के कारण किया निर्मम हत्या।जबकि यह बुद्ध व गांधी का देश है यह आरोप राकपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ जितेंद्र आव्हाड लगाते हुए बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ में जोरदार बरसात में मौन मोर्चा के माध्यम से विरोध किया।सोमवार को जयपुर से मुंबई की ओर आरही रेलगाड़ी में आरपीएफ के एक जवान ने अपने वरिष्ठ अधिकारी मीना सहित चार लोगों को गोली मारकर मौत के घाट उतारदीया और मृतकों के शव के पास खड़े होकर जाती धर्म की बात कर रहा था।इसलिए राकपा की ओर से इस कुकृत्य के विरोध में यह मौन आंदोलन किया गया।
इस आंदोलन में जिलाध्यक्ष सुहास देसाई, कार्याध्यक्ष प्रकाश पाटील,पूर्व विरोधीपक्ष नेता प्रकाश बर्डे, शानु पठाण, विक्रम खामकर, सुजाता घाग,शमीम खान , राजू चापले, प्रियांका सोनार, प्रफुल्ल कांबले, मधुर राव, कैलास हावले, सचिन पंधरे, जतिन कोठारी, उमेश अग्रवाल, रोहित भंडारे, शिवा जगताप, महेंद्र नाईक, शाहरुख सय्यद, बबलू शेमना, जावेद शेख, अंकुश मदवी, ज्योती निंबर्गी, मेहेरबानो पटेल, रुपेश सावंत, अजय मिश्रा , विक्रांत घाग, सुभाष रिबीन मुर्थी, रचना वैद्य, संजीव दत्ता, विलास पाटील, सुरेश सिंग, गणेश मोरे, आशिष खाडे, संतोष मोरे, रोहिदास पाटील, दिलीप नाईक, सूरज यादव, दौलत समुखे, महेंद्र पवार, समीर नेटके, हजी बेगम शेख, राजा जाधव, निलेश जाधव, फिरोज पठाण, प्रसन्न सावंत, क्रुणाल भोईर, ज्ञानेश्वर राजपंखे , राजेश खारकर, मल्लिका पिल्ले, दिलीप लोखंडे, राजेश साटम, नितीन अहेर, सोनवणे ताई, इकबाल शेख, राजू शिंदे, संदीप धकोलिया, गणेश सूर्यराव, निलेश पोकले, दत्तात्रय जाधव आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे,
