जिला प्रशासन का नकल मुक्त भय मुक्त परीक्षा कराने का प्रयास
जिले में 10 वीं कक्षा के लिए 338 परीक्षा केंद्र हैं और 1 लाख 3 हजार 718 और 12 वीं कक्षा के लिए 197 परीक्षा केंद्र हैं और 1 लाख 21 हजार 244 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं. परीक्षा 20 सुरक्षा केंद्रों के माध्यम से आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग के अंतर्गत आवश्यकतानुसार उड़न दस्ता एवं सिटिंग टीम की नियुक्ति की गई है। साथ ही, तालुका और नगर पालिका स्तर से उड़न और बैठक टीमों को अलग से नियुक्त किया गया है। राजस्व विभाग के अंतर्गत जिलाधिकारी के माध्यम से उड़न दस्तों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा जिला स्तरीय लेखा प्रमुखों द्वारा भी परीक्षा केंद्रों का दौरा करने की योजना बनायी गयी है।
अगर परीक्षा के दौरान नकल या अन्य कदाचार नजर आया तो ऐसे छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन छात्र और अभिभावक सावधान रहें और अगर परीक्षा केंद्र पर कोई कदाचार नजर आया तो परीक्षा केंद्र स्थायी रूप से रद्द कर दिया जाएगा, ऐसा निर्देश प्रशासन की ओर से दिया गया है। साथ ही परीक्षा केंद्र पर केंद्र निदेशक और पर्यवेक्षक के रूप में काम करने वाले शिक्षकों की चेहरे की उपस्थिति डिजिटल माध्यम से ली जाएगी। नकल मुक्त अभियान को सफल बनाने हेतु विशेष प्रयास के रूप में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जायेगा।
जिले के संवेदनशील परीक्षा केंद्र परिसर में आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन के माध्यम से ड्रोन कैमरे से परीक्षा केंद्र की निगरानी करायी जायेगी। परीक्षा शुरू होने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता बरती जाएगी कि परीक्षा केंद्र पर आवश्यक भौतिक सुविधाएं उपलब्ध हों। जिला प्रशासन कीआवश्यकतानुसार परीक्षा केंद्र के बाहर वीडियो शूटिंग की जायेगी। जिले के सभी विभागों के सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से यह योजना बनाई गई है कि नकलविहीन परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों पर पूरी टीमें व सिटिंग टीमें उपलब्ध रहेंगी।
महाराष्ट्र कदाचार निवारण अधिनियम 1982 लागू किया जाना चाहिए और यदि किसी भी परीक्षा केंद्र में कोई कदाचार होता है, तो कदाचार को भड़काने, सहायता करने और बढ़ावा देने वालों के खिलाफ संज्ञेय और गैर-जमानती मामला दर्ज किया जाएगा। परीक्षा अवधि के दौरान परीक्षा केंद्र से 500 मीटर के भीतर के जेरॉक्स केंद्र बंद रहेंगे तथा आवश्यकतानुसार संबंधित परीक्षा केंद्र के क्षेत्र में धारा 144 लागू की जायेगी।
परीक्षा से संबंधित संस्थाओं को अवैध तरीके से परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन या इसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं लाने चाहिए। छात्रों और अभिभावकों को परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए सहयोग करना चाहिए। ऐसी जानकारी जिला प्रशासन के माध्यम से दी गयी है। राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक और जिला प्रशासन की ओर से कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाओं के लिए सभी छात्रों और अभिभावकों को शुभकामनाएं दी हैं।
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